इंदौर जगत । पश्चिमी क्षेत्र बिजली विभाग को अपने ही अधीनस्थ अधिकारियो ने खोखला कर दिया है। जिसका परिणाम आने वाले समय मे दिखने वाला है। तात्कालीन सहायक यंत्री हेमंत कौशिक के काले कारनामों को उच्च अधिकारी क्यों दबाने की कोशिश कर रहे हैं, या फिर ऐसा ना हो कोशिक के साथ मे उच्च अधिकारियों की पोल भी जल्द खुल जाए। कॉलोनियों के नवीन प्राकलन को बनाने में अकेला कौशिक ही शामिल नही रहा हैं। तात्कालीन कार्यपालन यंत्री भदौरिया का भी बहुत बड़ा योगदान शामिल हैं। कौशिक की मय दस्तावेजो के साथ शिकायत होने के बाद भी जांच महीनों से पूरी क्यों नही हो पा रहीं हैं। क्या उच्च आला अधिकारियो के संरक्षण में फल फूल रहा है सहायक यंत्री हेमंत कौशिक