इंदौर में लगातार क्राइम ग्राफ बढ़ता जा रहा है इंदौर कमिश्नर लगातार क्राइम ग्राफ को कम करने के लिए अपराधियों को जिला बदल की कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन इंदौर कमिश्नर के नियमो की धज्जियां उड़ाते थाना प्रभारी नजर आ रहे हैं। एक ऐसे ही मामला राजेंद्र थाना सामने से सामने आया जहां जिला बदल जघन्य अपराधी को एक दिन थाने में बैठा कर उसे छोड़ दिया गया जब इस मामले पर थाना प्रभारी से बात की गई थाना प्रभारी का कहना है कि जिला बदल को दस्त लग रहे थे इसे इसलिए उसे छोड़ दिया गया यह जवाब समझ में नहीं आया यदि उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं था तो उसे अस्पताल ले जाकर इलाज कराने के बाद उस पर कार्रवाई करना चाहिए था यदि जिला बदल पर पुलिस अधिकारी इस प्रकार महीरवान रहेंगे तो इसका मतलब यह है कि इंदौर में क्राइम ग्राफ बढ़ता ही जाएगा ना कि कम होगा लगातार इंदौर में अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है फिर भी पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी अपराधियों पर इस प्रकार रहम दिखाकर जुर्म करने के लिए प्रोत्साहन करने जैसी बात होगी आरोपी शीतल पिता मुरलीधर आर्य निवासी मुंडी जो की 9 दिसम्बर तक जिलाबदर है, जिसको राजेंद्र नगर का खुफिया भिभाग पकड़ कर घर से 22 नवम्बर की रात थाने पर ले आता है और रात भर लॉकअप में रखने के बाद बडी श्रद्धा के साथ उसको आज़ाद कर देते है आख़िर केसे इतने जघन्न अपराधी को जेल से रिहा कर दीया जाता है आखिर क्यों अपराधी को भगाने में राजेन्द्र नगर पुलिस सबसे आगे है कमिस्नरी प्रणाली को ठेंगा दिखाना चाह रहे, पुलिस कर्मियों क्यों माहिरबान हो रहे अपराधियो पर ?